राँची
बाबूलाल मरांडी सर्वसम्मति से झारखंड भाजपा विधायक दल के नेता घोषित
बाबूलाल मरांडी बने झारखंड विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष – भाजपा के वरिष्ठ नेता बाबूलाल मरांडी को सर्वसम्मति से झारखंड विधानसभा में विपक्ष का नेता चुना गया। जानिए उनकी राजनीतिक वापसी, चुनौतियाँ और झारखंड की राजनीति में उनकी नई भूमिका।
राँची: भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) झारखंड के प्रदेश अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी को सर्वसम्मति से भाजपा विधायक दल का नेताचुना गया। यह घोषणा केंद्रीय पर्यवेक्षक भूपेंद्र यादव और डॉ. के. लक्ष्मण ने भाजपा प्रदेश कार्यालय में हुई विधायक दल की बैठक के बाद की।
विधायक दल की बैठक में सर्वसम्मति से हुआ चयन
प्रदेश भाजपा कार्यालय में आयोजित इस महत्वपूर्ण बैठक में प्रदेश प्रभारी डॉ. लक्ष्मीकांत वाजपेयी, क्षेत्रीय संगठन महामंत्री नागेंद्र त्रिपाठी, प्रदेश संगठन महामंत्री कर्मवीर सिंह सहित पार्टी के सभी विधायक उपस्थित रहे। विधायक नीरा यादव, राज सिन्हा, नवीन जायसवाल और प्रकाश राम ने श्री बाबूलाल मरांडी के नाम का प्रस्ताव रखा, जिसे सर्वसम्मति से पारित किया गया।
केंद्रीय पर्यवेक्षक भूपेंद्र यादव ने कहा, “भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जे. पी. नड्डा ने झारखंड भाजपा विधायक दल के नेता के चयन के लिए हमें जिम्मेदारी सौंपी थी। आज विधायक दल की बैठक में सर्वसम्मति से बाबूलाल मरांडी को नेता चुना गया है।”
भाजपा का संकल्प – सबका साथ, सबका विकास
बैठक के बाद ओबीसी मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष और सांसद डॉ. के. लक्ष्मण ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भाजपा ‘सबका साथ, सबका विकास’ की नीति पर आगे बढ़ रही है। उन्होंने कहा, “हम झारखंड में डबल इंजन सरकार बनाकर राज्य को विकसित झारखंड की दिशा में आगे ले जाएंगे।”
भाजपा की रणनीति और विपक्ष की भूमिका
भाजपा के केंद्रीय मंत्री भूपेंद्र यादव ने कहा कि मरांडी का जीवन संघर्षों से भरा रहा है और उन्होंने गांव-गरीब के उत्थान के लिए हमेशा काम किया है। भाजपा झारखंड के समग्र विकास के लिए प्रतिबद्ध है और मोदी सरकार की योजनाओं को जमीन पर उतारने के लिए सदन से सड़क तक संघर्ष करेगी। उन्होंने कहा, “हम प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में विकसित भारत के सपने को साकार करने के साथ विकसित झारखंड का निर्माण भी सुनिश्चित करेंगे।”
मरांडी का संकल्प – झारखंड के लिए 24×7 काम करूंगा
नव-निर्वाचित नेता विधायक दल बाबूलाल मरांडी ने अपने संबोधन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह, भाजपा राष्ट्रीय अध्यक्ष जे. पी. नड्डा, प्रदेश प्रभारी डॉ. लक्ष्मीकांत वाजपेयी सहित सभी वरिष्ठ नेताओं और विधायकों का आभार व्यक्त किया।
उन्होंने कहा, “पार्टी ने जो भरोसा और विश्वास मुझ पर जताया है, उसे मैं पूरी निष्ठा से निभाने का हरसंभव प्रयास करूंगा। मैं झारखंड की जनता की आशाओं और आकांक्षाओं पर खरा उतरने की कोशिश करूंगा और राज्य के विकास के लिए 24×7 कार्य करूंगा।”
मरांडी ने आगे कहा, “झारखंड में भाजपा संगठन को मजबूत करना मेरी प्राथमिकता होगी। मैं सभी विधायकों को साथ लेकर चलूंगा और झारखंड की जनता के लिए संघर्ष करूंगा।”
झारखंड सरकार पर साधा निशाना
बाबूलाल मरांडी ने वर्तमान झारखंड सरकार की आलोचना करते हुए कहा कि राज्य सरकार पूरी तरह विफल रही है। उन्होंने कहा, “चार वर्षों तक विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष के पद को जानबूझकर खाली रखा गया। इससे स्पष्ट है कि यह सरकार जनता के मुद्दों को हल करने के लिए काम नहीं करना चाहती। भाजपा अब पूरी ताकत से विपक्ष की भूमिका निभाएगी और राज्य के हितों की रक्षा करेगी।”
मरांडी को बधाई देने वालों की लंबी सूची
बैठक के बाद बाबूलाल मरांडी को बधाई देने के लिए पार्टी के वरिष्ठ नेता और कार्यकर्ता बड़ी संख्या में मौजूद रहे। प्रमुख रूप से प्रदेश कार्यकारी अध्यक्ष डॉ. रविंद्र कुमार राय, प्रदेश उपाध्यक्ष राकेश प्रसाद, नागेंद्र नाथ त्रिपाठी, कर्मवीर सिंह, आदित्य साहू, डॉ. प्रदीप वर्मा, मनोज सिंह, विकास प्रीतम, दीपक बंका, गणेश मिश्र, सरोज सिंह, शिवपूजन पाठक, अशोक बड़ाईक, अविनेश कुमार सिंह, अजय शाह, राहुल अवस्थी, पवन साहू, बबन बैठा, भूपेंद्र सिंह, संजय महतो, वरुण साहू, बलराम सिंह, जितेंद्र वर्मा, शोभा यादव, संदीप वर्मा, सुरेश साहू, लक्ष्मी कुमारी आदि शामिल थे।
बाबूलाल मरांडी की नियुक्ति झारखंड की राजनीति में एक महत्वपूर्ण बदलाव का संकेत देती है। भाजपा अब विपक्ष में रहते हुए राज्य सरकार के खिलाफ आक्रामक रणनीति अपनाएगी। मरांडी के नेतृत्व में पार्टी झारखंड में अपने संगठन को मजबूत करने और आगामी चुनावों में सफलता हासिल करने के लिए पूरी ताकत झोंकने की तैयारी में है। अब देखना होगा कि वे बतौर नेता प्रतिपक्ष किस तरह से अपनी भूमिका निभाते हैं और राज्य की राजनीति को किस दिशा में आगे बढ़ाते हैं।
