हजारीबाग
हजारीबाग हवाई अड्डे के लिए जल्द हो जमीन अधिग्रहण: मनीष जायसवाल
सांसद मनीष जायसवाल ने हजारीबाग में हवाई अड्डे के लिए भूमि अधिग्रहण और निर्माण कार्य शुरू करने की मांग को लेकर मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से मुलाकात की। उन्होंने हवाई अड्डे को क्षेत्र के विकास, व्यापार, पर्यटन और रोजगार के लिए जरूरी बताते हुए अविलंब कार्रवाई की अपील की।
हजारीबाग: सांसद मनीष जायसवाल हजारीबाग में प्रस्तावित हवाई अड्डे के निर्माण को लेकर लगातार सक्रिय हैं। इसी क्रम में बुधवार को उन्होंने झारखंड विधानसभा भवन स्थित मुख्यमंत्री कार्यालय में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से मुलाकात की और हजारीबाग हवाई अड्डे के लिए जमीन अधिग्रहण कर निर्माण कार्य अविलंब शुरू करने की मांग रखी। इस संदर्भ में उन्होंने मुख्यमंत्री को एक ज्ञापन भी सौंपा।
मुख्यमंत्री से मुलाकात के बाद सांसद मनीष जायसवाल ने मीडिया को बताया कि हजारीबाग हवाई अड्डा निर्माण से न केवल हजारीबाग बल्कि कोडरमा, चतरा, गिरिडीह, रामगढ़ जैसे आसपास के जिलों की बहुप्रतीक्षित मांग पूरी होगी। उन्होंने कहा कि हवाई अड्डे की मांग लंबे समय से की जा रही है, लेकिन राज्य सरकार द्वारा भूमि अधिग्रहण नहीं किए जाने के कारण परियोजना वर्षों से अधर में लटकी हुई है।
सांसद ने जोर देकर कहा कि हवाई अड्डा बनने से न केवल क्षेत्र में यात्री परिवहन सुविधाओं में विस्तार होगा, बल्कि व्यापार, उद्योग और पर्यटन को भी जबरदस्त बढ़ावा मिलेगा। इससे क्षेत्र में रोजगार के नए अवसर सृजित होंगे और आर्थिक गतिविधियों को गति मिलेगी। हवाई अड्डा बनने से हजारीबाग और आसपास के जिलों के लोगों को कोलकाता, दिल्ली, मुंबई जैसे प्रमुख शहरों तक पहुंचने में आसानी होगी। औद्योगिक क्षेत्रों से जुड़े व्यवसायियों और निवेशकों के लिए हवाई संपर्क बेहद जरूरी होता है। हवाई अड्डा बनने से हजारीबाग और इसके आसपास के क्षेत्रों में नए उद्योगों की संभावनाएं बढ़ेंगी।
हजारीबाग एक ऐतिहासिक और प्राकृतिक संसाधनों से समृद्ध क्षेत्र है। इससे पर्यटन व्यवसाय में तेजी आएगी। हवाई अड्डे के निर्माण और संचालन से प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से हजारों लोगों को रोजगार मिलेगा, जिससे क्षेत्र की आर्थिक स्थिति को मजबूती मिलेगी।
सांसद ने बताया कि इस परियोजना का सबसे बड़ा अवरोध भूमि अधिग्रहण है। राज्य सरकार की उदासीनता के चलते भूमि अधिग्रहण की प्रक्रिया अब तक पूरी नहीं हो सकी है, जिस कारण हवाई अड्डे का निर्माण कार्य शुरू नहीं हो पा रहा है। उन्होंने मुख्यमंत्री से इस प्रक्रिया में तेजी लाने का आग्रह किया और कहा कि राज्य सरकार अगर जमीन अधिग्रहण कर केंद्र सरकार को हस्तांतरित करती है, तो निर्माण कार्य जल्द शुरू किया जा सकता है।
सांसद जायसवाल ने यह भी स्पष्ट किया कि केंद्र सरकार इस परियोजना को लेकर सकारात्मक रुख अपना चुकी है। उड़ान (UDAN) योजना के तहत हजारीबाग को हवाई सेवा से जोड़ने की योजना पहले से मौजूद है, लेकिन भूमि अधिग्रहण में देरी के कारण इसे लागू नहीं किया जा सका है। उन्होंने कहा कि अगर राज्य सरकार इस दिशा में कदम बढ़ाती है तो हजारीबाग में जल्द ही हवाई सेवा की शुरुआत हो सकती है।
हजारीबाग में हवाई अड्डा निर्माण की मांग को लेकर स्थानीय नागरिक और विभिन्न संगठनों ने भी कई बार आवाज उठाई है। व्यापारियों, छात्रों, पर्यटकों और आम जनता की यह मांग रही है कि क्षेत्र को हवाई मार्ग से जोड़ा जाए, जिससे समय और संसाधनों की बचत हो सके।
सांसद के अनुसार, मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने हवाई अड्डे को लेकर गंभीरता दिखाई और आश्वासन दिया कि सरकार इस दिशा में जल्द उचित कदम उठाएगी। उन्होंने कहा कि सरकार इस परियोजना की संभावनाओं पर विचार कर रही है और आगे की प्रक्रिया पर जल्द निर्णय लिया जाएगा।
सांसद मनीष जायसवाल ने कहा कि वह हजारीबाग हवाई अड्डे के निर्माण को लेकर जनता की उम्मीदों को पूरा करने के लिए हरसंभव प्रयास करेंगे। उन्होंने कहा कि अगर राज्य सरकार भूमि अधिग्रहण प्रक्रिया को जल्द पूरा करती है तो वह केंद्र सरकार से तत्काल निर्माण कार्य शुरू कराने के लिए आग्रह करेंगे।
हजारीबाग हवाई अड्डे की मांग अब और तेज हो गई है। जनता, व्यापारी, पर्यटन से जुड़े लोग और स्थानीय प्रशासन सभी इस परियोजना के महत्व को समझ रहे हैं। अब यह देखना दिलचस्प होगा कि राज्य सरकार इस दिशा में कितनी तत्परता दिखाती है और हजारीबाग को हवाई सेवाओं से जोड़ने का सपना कब साकार होता है।
