राँची
होली गिफ्ट: एमपीडब्ल्यू कर्मियों का वेतन बढ़ा, एरियर भुगतान का भी फैसला
हेमंत सोरेन सरकार ने स्वास्थ्य विभाग के मल्टी पर्पस वर्कर्स (MPW) का मानदेय बढ़ाकर ₹30,100 और ₹30,300 कर दिया है, जो 1 सितंबर 2024 से प्रभावी होगा। एरियर भुगतान भी किया जाएगा। स्वास्थ्य मंत्री इरफान अंसारी ने इसे होली और रमजान का उपहार बताया, जिससे कर्मचारियों में खुशी है।
राँची: झारखंड की हेमंत सोरेन सरकार ने होली और रमजान से पहले स्वास्थ्य विभाग के मल्टी पर्पस वर्कर्स (MPW) को बड़ी सौगात दी है। सरकार ने उनके मानदेय में 5,000 रुपये की वृद्धि की घोषणा की है। अब इन कर्मियों को 26,000 रुपये की जगह 30,100 और 30,300 रुपये का मासिक मानदेय मिलेगा। स्वास्थ्य मंत्री डॉ. इरफान अंसारी ने इसकी आधिकारिक घोषणा की, जिससे राज्यभर के एमपीडब्ल्यू कर्मियों में खुशी की लहर दौड़ गई।
सितंबर 2024 से मिलेगा बढ़ा हुआ वेतन और एरियर
सरकार द्वारा घोषित इस बढ़ोतरी का लाभ एमपीडब्ल्यू कर्मियों को एक सितंबर 2024 से मिलेगा। इसका मतलब यह है कि कर्मियों को सितंबर से अब तक का एरियर भी दिया जाएगा। इस फैसले से झारखंड में कार्यरत हजारों एमपीडब्ल्यू कर्मचारियों को वित्तीय राहत मिलेगी।
स्वास्थ्य मंत्री बोले – ‘जनसेवा करने वालों को सम्मान जरूरी’
स्वास्थ्य मंत्री डॉ. इरफान अंसारी ने कहा, “हमारी सरकार उन सभी कर्मियों की मेहनत को सम्मान देना चाहती है, जो अपनी जान जोखिम में डालकर स्वास्थ्य सेवाएं देते हैं। यह वेतन वृद्धि सिर्फ आर्थिक सहयोग नहीं, बल्कि उनके योगदान को सलाम करने का एक प्रयास है। जिस विश्वास के साथ झारखंड की जनता ने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को चुना है, हम उस विश्वास पर खरा उतरने के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध हैं।”
एमपीडब्ल्यू कर्मियों ने जताई खुशी, सरकार से की और भी मांगें
सरकार के इस फैसले से एमपीडब्ल्यू कर्मियों में उत्साह देखा जा रहा है। उन्होंने कहा कि वे लंबे समय से वेतन बढ़ोतरी और सेवा स्थायी करने की मांग कर रहे थे। इस फैसले से उन्हें काम करने का और अधिक जोश मिलेगा। हालांकि, कई कर्मियों ने यह भी कहा कि सरकार को उनके स्थायीकरण पर भी विचार करना चाहिए ताकि उनकी नौकरी की सुरक्षा सुनिश्चित हो सके।
पहले क्या था मानदेय?
स्वास्थ्य निदेशालय ने पिछले साल 27 सितंबर 2024 को एमपीडब्ल्यू कर्मियों के मानदेय में वृद्धि करने का निर्णय लिया था। इससे पहले इन्हें 26,000 रुपये का वेतन मिलता था, जिसे अब 5,000 रुपये बढ़ाकर 30,100 और 30,300 रुपये कर दिया गया है।
