
धनबाद
आईएसएम धनबाद क्यूएस रैंकिंग में भारत में प्रथम, विश्व में 20वें स्थान पर
IIT-ISM धनबाद ने QS वर्ल्ड यूनिवर्सिटी रैंकिंग 2025 में बड़ा मुकाम हासिल किया। खनन और खनिज इंजीनियरिंग में विश्व में 20वां स्थान, भारत में प्रथम स्थान प्राप्त किया।
धनबाद: भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी) धनबाद, जिसे पहले इंडियन स्कूल ऑफ माइन्स (आईएसएम) के नाम से जाना जाता था, ने QS World University Rankings 2025 में बेहतरीन प्रदर्शन करते हुए भारत में पहला और वैश्विक स्तर पर 20वां स्थान हासिल किया है। यह उपलब्धि इंजीनियरिंग-खनिज और खनन (Engineering – Mineral & Mining) विषय श्रेणी में मिली है।
क्यूएस द्वारा बुधवार को जारी इस ताजा रैंकिंग में आईआईटी धनबाद ने कई प्रतिष्ठित अंतरराष्ट्रीय संस्थानों को पीछे छोड़ते हुए भारत का शीर्ष संस्थान बनने का गौरव प्राप्त किया। यह न केवल आईआईटी धनबाद की शैक्षणिक उत्कृष्टता और अनुसंधान क्षमता को दर्शाता है, बल्कि इसे वैश्विक स्तर पर एक मजबूत तकनीकी संस्थान के रूप में स्थापित करता है।
इंजीनियरिंग-खनिज और खनन श्रेणी में आईआईटी धनबाद शीर्ष पर
आईआईटी धनबाद को इंजीनियरिंग-खनिज और खनन विषय श्रेणी में विश्व में 20वां स्थान मिला है, जबकि भारत में यह पहले स्थान पर काबिज हुआ है। इस श्रेणी में आईआईटी मुंबई और आईआईटी खड़गपुर ने भी स्थान हासिल किया है, लेकिन आईआईटी धनबाद ने इन दोनों संस्थानों को पीछे छोड़ते हुए खनिज और खनन इंजीनियरिंग के क्षेत्र में भारत का शीर्ष संस्थान बनने की सफलता पाई है।
अन्य प्रमुख भारतीय संस्थानों की रैंकिंग:
- आईआईटी मुंबई – 28वां स्थान (इंजीनियरिंग-खनिज और खनन में)
- आईआईटी खड़गपुर – 45वां स्थान (इंजीनियरिंग-खनिज और खनन में)
- आईआईटी दिल्ली और आईआईटी मुंबई – 26वां और 28वां स्थान (इंजीनियरिंग और प्रौद्योगिकी में)
भारत के 9 विश्वविद्यालयों ने टॉप-50 में बनाई जगह
क्यूएस की विषयवार रैंकिंग में दुनिया के शीर्ष 50 संस्थानों में 9 भारतीय विश्वविद्यालयों ने स्थान प्राप्त किया है। हालांकि, पिछले वर्ष की तुलना में कुछ प्रमुख संस्थानों की रैंकिंग में गिरावट देखी गई है।
- आईआईएम अहमदाबाद – 27वां स्थान (पिछले वर्ष 22) (बिजनेस और मैनेजमेंट स्टडीज में)
- आईआईएम बेंगलुरु – 40वां स्थान (पिछले वर्ष 32) (बिजनेस और मैनेजमेंट स्टडीज में)
- आईआईटी मद्रास (पेट्रोलियम इंजीनियरिंग में) और जेएनयू (डेवलपमेंट स्टडीज में) अभी भी शीर्ष 50 में बने हुए हैं, हालांकि उनकी रैंकिंग में थोड़ी गिरावट आई है।
आईएसएम धनबाद की लगातार बढ़ती वैश्विक पहचान
आईआईटी-आईएसएम धनबाद की इस उपलब्धि से भारतीय तकनीकी संस्थानों की वैश्विक पहचान और साख को मजबूती मिली है। संस्थान लगातार अनुसंधान, नवाचार और अकादमिक श्रेष्ठता को बढ़ावा देने पर जोर दे रहा है, जिसका सकारात्मक प्रभाव उसकी वैश्विक रैंकिंग पर पड़ रहा है।
संस्थान की इस उपलब्धि पर शिक्षाविदों और छात्रों के बीच उत्साह का माहौल है। आईआईटी धनबाद के निदेशक ने कहा कि संस्थान की बढ़ती वैश्विक साख का श्रेय छात्रों, संकाय सदस्यों और शोधकर्ताओं की मेहनत को जाता है।
भारत के लिए गर्व का क्षण
क्यूएस वर्ल्ड यूनिवर्सिटी रैंकिंग 2025 में भारत की मजबूत उपस्थिति देश के उच्च शिक्षा क्षेत्र के विकास को दर्शाती है। भारत में कुल 79 विश्वविद्यालयों ने इस रैंकिंग में स्थान बनाया है, जिससे यह स्पष्ट होता है कि भारतीय संस्थान वैश्विक शिक्षा प्रतिस्पर्धा में तेजी से आगे बढ़ रहे हैं।
आईआईटी धनबाद का विश्वस्तरीय प्रदर्शन न केवल इस संस्थान के लिए बल्कि पूरे देश के लिए गर्व की बात है। इस उपलब्धि से भविष्य में भारतीय विश्वविद्यालयों की वैश्विक स्तर पर और बेहतर स्थिति बनने की उम्मीद की जा रही है।
