राँची
झारखंड विधानसभा में विधि व्यवस्था पर हंगामा, भाजपा ने की विशेष चर्चा की मांग
झारखंड विधानसभा में विधि व्यवस्था का मुद्दा गरमाया। भाजपा ने हालिया आपराधिक घटनाओं को लेकर विशेष चर्चा की मांग की। विपक्ष ने सरकार पर कानून-व्यवस्था सुधारने में नाकामी का आरोप लगाया।
रांची: झारखंड विधानसभा के बजट सत्र में सोमवार को राज्य की गिरती कानून-व्यवस्था का मुद्दा जोरशोर से गूंजा। विपक्षी दल भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने राज्य में हाल के दिनों में हुई आपराधिक घटनाओं का हवाला देते हुए विशेष चर्चा की मांग की।
विधानसभा की कार्यवाही शुरू होते ही नेता प्रतिपक्ष बाबूलाल मरांडी ने कहा कि सत्तारूढ़ दल के लोग अक्सर “हेमंत है तो हिम्मत है” का नारा देते हैं, लेकिन हाल की घटनाओं से प्रतीत हो रहा है कि अब “अपराधियों में हिम्मत आ गई है।” मरांडी ने विधानसभा अध्यक्ष से आग्रह किया कि इस गंभीर विषय पर कार्य स्थगन प्रस्ताव लाकर विशेष चर्चा कराई जाए।
भाजपा विधायकों का हंगामा, कार्यवाही स्थगित
विधानसभा अध्यक्ष रवींद्रनाथ महतो ने मरांडी के बयान के बाद कहा कि प्रश्नकाल जारी रहना चाहिए। उन्होंने भाजपा विधायक अमित यादव का नाम पुकारा ताकि वे अपना प्रश्न रख सकें। हालांकि, अमित यादव ने भी विधि व्यवस्था पर चर्चा की जरूरत पर जोर दिया। इसके बाद भाजपा विधायक वेल में आ गए और जोरदार नारेबाजी करने लगे।
हालात को देखते हुए विधानसभा अध्यक्ष ने सदन की कार्यवाही 12:00 बजे तक के लिए स्थगित कर दी। जब सदन दोबारा शुरू हुआ, तब भी विधि व्यवस्था को लेकर माहौल तनावपूर्ण बना रहा।
भाजपा ने जताई गहरी चिंता
भाजपा नेताओं ने राज्य में हाल ही में हुई आपराधिक घटनाओं का हवाला देते हुए सरकार को घेरा। विपक्ष ने आरोप लगाया कि राज्य सरकार अपराधियों पर नियंत्रण करने में पूरी तरह विफल रही है।
बाबूलाल मरांडी ने कहा कि हाल के दिनों में झारखंड में अपराध की घटनाओं में तेजी आई है, जिससे आमजन के मन में भय का माहौल है। उन्होंने कहा,
“हेमंत सरकार कानून-व्यवस्था कायम करने में नाकाम साबित हो रही है। अपराधी बेखौफ होकर घटनाओं को अंजाम दे रहे हैं और सरकार मूकदर्शक बनी हुई है।”
हालिया घटनाओं ने बढ़ाई चिंता
गौरतलब है कि हाल के दिनों में राज्य में कई आपराधिक घटनाओं ने कानून-व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।
- 6 मार्च: हजारीबाग में एनटीपीसी के डीजीएम कुमार गौरव की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। इस घटना ने कोयला खदानों में सक्रिय संगठित अपराधियों के बढ़ते प्रभाव को उजागर किया।
- 7 मार्च: राजधानी रांची में दिनदहाड़े कोयला कारोबारी विपिन मिश्रा पर जानलेवा हमला हुआ।
- 5 मार्च: रांची के चान्हो स्थित एक आश्रम में देर रात एक संत समेत दो लोगों की हत्या कर दी गई।
इन घटनाओं का उल्लेख करते हुए भाजपा नेताओं ने आरोप लगाया कि झारखंड में अपराधियों का दुस्साहस बढ़ता जा रहा है और सरकार कानून-व्यवस्था सुधारने में पूरी तरह असफल है।
सत्तापक्ष का पलटवार
विधि व्यवस्था को लेकर भाजपा के हमले पर सत्तारूढ़ झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) ने पलटवार किया। झामुमो के मुख्य सचेतक बास्को मरांडी ने कहा कि विपक्ष केवल माहौल बिगाड़ने के लिए मुद्दों को राजनीतिक रंग दे रहा है। उन्होंने कहा कि सरकार अपराधियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई कर रही है और हालिया मामलों की जांच तेज़ी से की जा रही है।
आगे की रणनीति पर नजर
झारखंड विधानसभा में विधि व्यवस्था को लेकर मचे हंगामे के बाद भाजपा ने चेतावनी दी है कि अगर इस मुद्दे पर जल्द विशेष चर्चा नहीं कराई गई तो वे सदन की कार्यवाही बाधित करने से पीछे नहीं हटेंगे।
वहीं, झामुमो ने कहा कि सरकार स्थिति पर नजर बनाए हुए है और अपराध पर लगाम लगाने के लिए सभी आवश्यक कदम उठाए जा रहे हैं।
