
हजारीबाग
एनटीपीसी डीजीएम कुमार गौरव की हत्या: हजारीबाग में सनसनी
झारखंड के हजारीबाग में एनटीपीसी के डीजीएम कुमार गौरव की गोली मारकर हत्या कर दी गई। इस घटना के बाद इलाके में दहशत का माहौल है और कोयला माफिया के संबंध की आशंका जताई जा रही है।
हजारीबाग: झारखंड के हजारीबाग जिले में शनिवार को अपराधियों ने एक बड़ी वारदात को अंजाम दिया, जिसने राज्य में कानून-व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। एनटीपीसी (नेशनल थर्मल पावर कॉरपोरेशन) के डीजीएम (डिप्टी जनरल मैनेजर) कुमार गौरव की दिनदहाड़े गोली मारकर हत्या कर दी गई। इस घटना के बाद पूरे क्षेत्र में दहशत का माहौल है, और एनटीपीसी के कर्मचारियों में भय व्याप्त है।
घटना का विवरण
शनिवार सुबह लगभग 9:30 बजे कुमार गौरव हजारीबाग स्थित अपने घर से एनटीपीसी के केरेडारी परियोजना स्थित पांडू कार्यालय के लिए निकले थे। जब वे कटकमदाग थाना क्षेत्र के फतहा इलाके में पहुंचे, तभी घात लगाए अपराधियों ने उन पर पीछे से गोली चला दी। गोली उनकी पीठ में लगी, जिससे वे सड़क पर ही गिर पड़े।
स्थानीय लोगों ने तत्काल उन्हें पास के एक निजी अस्पताल में पहुंचाया, जहां चिकित्सकों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। पुलिस के अनुसार हमलावर बाइक पर सवार थे, और उन्होंने घटना को बेहद सुनियोजित तरीके से अंजाम दिया।
इलाके में बढ़ता अपराध : कोयला माफिया का साया
घटना स्थल बड़कागांव और केरेडारी के बीच स्थित है, जो झारखंड का कोयला क्षेत्र है। इस इलाके में लंबे समय से कोयला माफिया का दबदबा रहा है। पुलिस को संदेह है कि इस हत्या के पीछे कोयला माफिया का हाथ हो सकता है, क्योंकि इससे पहले भी क्षेत्र में ऐसी घटनाएं हो चुकी हैं। करीब दो साल पहले इसी इलाके में रीत्विक कंपनी के एक वरिष्ठ अधिकारी की भी गोली मारकर हत्या कर दी गई थी।
अधिकारियों और कर्मचारियों में भय का माहौल
एनटीपीसी के डीजीएम रैंक के अधिकारी की हत्या के बाद परियोजना क्षेत्र में कार्यरत अधिकारियों और कर्मचारियों में भय का माहौल है। एनटीपीसी के बड़कागांव और केरेडारी परियोजना क्षेत्रों में कई निर्माण कार्य चल रहे हैं, जिससे वहां अधिकारियों का आना-जाना लगा रहता है। इस घटना के बाद अधिकारी और कर्मचारी खुद को असुरक्षित महसूस कर रहे हैं।
प्रशासन की प्रतिक्रिया
हजारीबाग के एसपी अरविंद कुमार सिंह ने कहा,
“अपराधियों की तलाश के लिए विशेष छापेमारी अभियान चलाया जा रहा है। पुलिस को कुछ अहम सुराग मिले हैं, जल्द ही आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया जाएगा।”
एसपी ने आश्वासन दिया कि इलाके में पुलिस गश्त बढ़ा दी गई है और सुरक्षा के लिए अतिरिक्त बल तैनात किए गए हैं।
राजनीतिक प्रतिक्रिया : विपक्ष का हमला
इस घटना के बाद राज्य में सियासी माहौल गरमा गया है। भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी ने इस घटना को लेकर मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन पर निशाना साधते हुए कहा कि राज्य में अपराधियों का मनोबल बढ़ गया है और सरकार कानून-व्यवस्था बनाए रखने में विफल साबित हो रही है। उन्होंने मांग की कि राज्य सरकार को कोयला माफिया और संगठित अपराधियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करनी चाहिए।
समाज पर प्रभाव और भविष्य की चुनौती
एनटीपीसी परियोजनाओं में कार्यरत कर्मचारियों और स्थानीय लोगों ने सरकार से सुरक्षा बढ़ाने की मांग की है। स्थानीय ग्रामीणों का कहना है कि कोयला क्षेत्रों में संगठित अपराधियों का बोलबाला है, जिससे आम लोग भी असुरक्षित महसूस कर रहे हैं।
एनटीपीसी अधिकारी कुमार गौरव की हत्या झारखंड में बढ़ती हिंसा की गंभीर तस्वीर पेश करती है। प्रशासन के लिए यह एक चुनौतीपूर्ण स्थिति है कि वह कोयला माफिया, आपराधिक गिरोहों और संगठित अपराध के खिलाफ ठोस कार्रवाई करे, ताकि राज्य में शांति और सुरक्षा बहाल हो सके।
