
हजारीबाग
एनटीपीसी कर्मचारी काम पर लौटे, डीजीएम हत्याकांड के बाद पांच दिन चला आंदोलन
एनटीपीसी के कर्मचारी डीजीएम कुमार गौरव की हत्या के विरोध में पांच दिनों तक कार्य बहिष्कार पर रहे। दिल्ली में उच्चस्तरीय बैठक के बाद काम दोबारा शुरू हुआ। सुरक्षा उपायों को मजबूत किया गया और पीड़ित परिवार को सहायता देने का निर्णय लिया गया।
हजारीबाग: एनटीपीसी (नेशनल थर्मल पावर कॉरपोरेशन) के अधिकारी और कर्मचारी पांच दिनों के कार्य बहिष्कार के बाद अपने काम पर लौट आए हैं। डीजीएम कुमार गौरव की हत्या के विरोध में कर्मचारी आंदोलनरत थे, जिससे एनटीपीसी के कार्यालय और माइंस का संचालन बाधित हो गया था। कोयला रैक में भी काम ठप था, जिससे उत्पादन और आपूर्ति प्रभावित हुई।
दिल्ली में हुई उच्चस्तरीय बैठक, कर्मियों ने बहाल किया कार्य
एनटीपीसी कर्मचारियों की हड़ताल के कारण उत्पन्न संकट को देखते हुए दिल्ली में उच्चस्तरीय बैठक बुलाई गई थी। इस बैठक में एनटीपीसी के शीर्ष अधिकारी, नेफी (NTPC Executive Federation of India) के प्रतिनिधि और केंद्रीय कोयला एवं विद्युत मंत्री जी किशन रेड्डी ने भाग लिया। बैठक के बाद कर्मियों और पदाधिकारियों को अपनी सेवा पुनः सुचारू रूप से बहाल करने का निर्णय लिया गया।
नेफी पदाधिकारियों की केंद्रीय मंत्री से मुलाकात, मांगे मानी गईं
दिल्ली में नेफी के महासचिव जीएन स्वैन और अध्यक्ष सुरेश बाबू रेड्डी के नेतृत्व में एक प्रतिनिधिमंडल ने केंद्रीय कोयला एवं विद्युत मंत्री जी किशन रेड्डी से मुलाकात की। प्रतिनिधिमंडल ने मंत्री को डीजीएम कुमार गौरव की हत्या से जुड़ी विस्तृत जानकारी दी और कर्मचारियों की सुरक्षा, पीड़ित परिवार के पुनर्वास और न्याय सुनिश्चित करने की मांग रखी।
मंत्री जी किशन रेड्डी ने इस पर सहमति जताते हुए कर्मियों की अधिकांश मांगों को स्वीकार कर लिया, जिसके बाद संगठन ने आंदोलन समाप्त करने का निर्णय लिया। प्रतिनिधिमंडल ने एनटीपीसी के सीएमडी से भी मुलाकात कर सुरक्षा बढ़ाने और कर्मचारियों के हितों की रक्षा करने के उपायों पर चर्चा की।
सुरक्षा को लेकर पुख्ता इंतजाम किए गए
एनटीपीसी के इंफ्रास्ट्रक्चर जीएम संजय कुमार दुबे ने बताया कि उच्चस्तरीय बैठक के बाद सुरक्षा को लेकर कई महत्वपूर्ण निर्णय लिए गए हैं। उन्होंने कहा,
“अब सभी अधिकारी और कर्मी एक विशेष बस से सामूहिक रूप से हजारीबाग से कार्यक्षेत्र में जाएंगे, जिसमें हथियारों से लैस सुरक्षाकर्मी भी मौजूद रहेंगे। इसके अलावा, माइनिंग एरिया और कार्यक्षेत्र में सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं, ताकि भविष्य में ऐसी कोई घटना न हो।”
कुमार गौरव की पत्नी को मिलेगी नौकरी
नेफी के अध्यक्ष कमला राम ने बताया कि संगठन की प्रमुख मांगों में से एक कुमार गौरव की पत्नी को नौकरी देने की थी। इस पर प्रबंधन ने सहमति जताई है, जिससे पीड़ित परिवार को आर्थिक सहायता मिल सकेगी।
मजदूरों और अधिकारियों के लिए सुरक्षा बढ़ाने की मांग
एनटीपीसी कर्मचारी संघ ने इस हत्याकांड के बाद कार्यक्षेत्र में सुरक्षा उपायों को और मजबूत करने की मांग की थी। इसमें शामिल हैं—
- सुरक्षा गार्डों की संख्या बढ़ाना
- सीसीटीवी कैमरों की संख्या और निगरानी बढ़ाना
- रात में गश्ती बढ़ाना
- कोयला परिवहन और खनन कार्यों में सुरक्षा बलों की तैनाती
एनटीपीसी का उत्पादन और कोयला आपूर्ति अब होगी सामान्य
पांच दिनों तक कामकाज ठप रहने के बाद अब एनटीपीसी में उत्पादन और कोयला आपूर्ति पुनः सुचारू रूप से शुरू होने की उम्मीद है। अधिकारियों का कहना है कि जल्द ही काम पूरी क्षमता से बहाल कर लिया जाएगा, जिससे ऊर्जा उत्पादन में किसी प्रकार की रुकावट न आए।
हत्याकांड की जांच जारी, दोषियों को सजा दिलाने की मांग
एनटीपीसी कर्मचारियों ने प्रशासन से मांग की है कि डीजीएम कुमार गौरव हत्याकांड की गहराई से जांच हो और दोषियों को कड़ी सजा दी जाए। इस मामले में पुलिस लगातार जांच कर रही है और जल्द ही दोषियों पर कार्रवाई करने का आश्वासन दिया गया है।
एनटीपीसी के कर्मचारियों ने अपने अधिकारों और सुरक्षा के लिए पांच दिनों तक संघर्ष किया, जिसका परिणाम यह हुआ कि उनकी प्रमुख मांगों को मान लिया गया है। अब कर्मचारी पुनः अपने कार्यस्थल पर लौट चुके हैं, लेकिन यह हत्याकांड सुरक्षा को लेकर कई बड़े सवाल खड़े कर गया है। आने वाले समय में एनटीपीसी और प्रशासन को सुनिश्चित करना होगा कि भविष्य में ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो।
