देवघर
देवघर में बैद्यनाथ महोत्सव की धूम, श्रद्धा और संस्कृति का संगम
झारखंड के देवघर में तीन दिवसीय बैद्यनाथ महोत्सव का भव्य शुभारंभ हुआ। पर्यटन मंत्री सुदिव्य कुमार सोनू ने विकास को लेकर कई अहम घोषणाएं कीं, श्रावणी मेले को और भव्य बनाने और त्रिकुट रोपवे को जल्द शुरू करने का ऐलान किया। सांस्कृतिक प्रस्तुतियों ने भक्तिमय माहौल बना दिया।
देवघर: बाबाधाम में गुरुवार से 3 दिवसीय राजकीय बैद्यनाथ महोत्सव का रंगारंग और भव्य आगाज हुआ। पर्यटन, कला और संस्कृति मंत्री सुदिव्य कुमार सोनू ने इसका शुभारंभ किया और इस दौरान बाबाधाम के समग्र विकास को लेकर कई महत्वपूर्ण घोषणाएं कीं।
श्रावणी मेले को मिलेगा नया रूप, त्रिकुट रोपवे जल्द होगा शुरू
महोत्सव के उद्घाटन समारोह में सांसद नलिन सोरेन, देवघर विधायक सुरेश पासवान, सारठ विधायक उदय शंकर सिंह, जिला परिषद अध्यक्ष किरण कुमारी और संताल परगना कमिश्नर लालचंद दादेल समेत कई गणमान्य अतिथि शामिल हुए।
मंत्री सुदिव्य सोनू ने घोषणा की कि झारखंड सरकार देवघर को देश के प्रमुख धार्मिक पर्यटन स्थलों में स्थापित करने के लिए संकल्पित है। उन्होंने कहा कि आगामी श्रावणी मेला और अधिक भव्य होगा, जिससे श्रद्धालुओं को उच्च स्तरीय सुविधाएं मिल सकें।
इसके अलावा, त्रिकुट रोपवे के पुनः संचालन को लेकर सरकार की गंभीरता को दोहराते हुए मंत्री ने कहा कि इसे जल्द ही चालू किया जाएगा, ताकि श्रद्धालुओं और पर्यटकों को सुगम यात्रा का अनुभव मिल सके।
संगीत और संस्कृति से भक्ति का नया आयाम
मंत्री ने श्रद्धालुओं से संगीत और संस्कृति के माध्यम से बाबा बैद्यनाथ की आराधना करने की अपील की। उन्होंने कहा:
“ईश्वर की भक्ति सिर्फ पूजा-अर्चना से ही नहीं, बल्कि संगीत और कला के माध्यम से भी की जा सकती है। इस महोत्सव को हमें एक बड़े सांस्कृतिक उत्सव के रूप में विकसित करना चाहिए।”
सांस्कृतिक प्रस्तुतियों से सजी भक्तिमय शाम
महोत्सव की शुरुआत सुमित दास के डमरू वादन से हुई, जिसने माहौल को भक्तिमय बना दिया। इसके बाद, बबलू पंडित ने अपनी “हे शंभु बाबा मेरे भोलेनाथ” प्रस्तुति से श्रद्धालुओं को मंत्रमुग्ध कर दिया।
इसके अलावा:
- शिव तांडव नृत्य ने दर्शकों को रोमांचित कर दिया।
- पल्लवी राय ने अपनी बेहतरीन भरतनाट्यम प्रस्तुति से सबका दिल जीत लिया।
- भोजपुरी लोक गायिका चंदन तिवारी और बॉलीवुड गायक रितुराज तिवारी ने संगीतमय प्रस्तुतियों से समां बांध दिया।
- सरायकेला का प्रसिद्ध छऊ नृत्य इस महोत्सव का मुख्य आकर्षण रहा।
मीडिया गैलरी का उद्घाटन और महोत्सव का भविष्य
महोत्सव के दौरान मीडिया गैलरी का भी उद्घाटन किया गया, जिससे इस उत्सव को व्यापक प्रचार और पहचान मिलेगी।
मंत्री सुदिव्य सोनू ने कहा कि यह महोत्सव सिर्फ एक वार्षिक आयोजन तक सीमित नहीं रहेगा, बल्कि आने वाले वर्षों में इसे और बड़े स्तर पर मनाया जाएगा, ताकि देवघर एक प्रमुख आध्यात्मिक और सांस्कृतिक पर्यटन केंद्र बन सके।
बाबाधाम को मिलेगी नई ऊंचाइयां
झारखंड सरकार के इन प्रयासों से श्रद्धालुओं को बेहतर सुविधाएं मिलेंगी और देवघर को राष्ट्रीय स्तर पर एक आध्यात्मिक और सांस्कृतिक केंद्र के रूप में नई पहचान मिलेगी। बैद्यनाथ महोत्सव और श्रावणी मेला आने वाले वर्षों में नए कीर्तिमान स्थापित करेंगे, जिससे झारखंड का पर्यटन नई ऊंचाइयों को छुएगा।
