राँची
भाजपा सांसदों ने किया जन औषधि केंद्रों का दौरा, सस्ती दवाओं के लाभ गिनाए
जन औषधि दिवस के अवसर पर भाजपा सांसदों ने विभिन्न जन औषधि केंद्रों का दौरा किया। सांसद दीपक प्रकाश और आदित्य साहू ने कहा कि 2027 तक देशभर में 25,000 जन औषधि केंद्र खुल जाएंगे, जिससे लोगों को 70-80% तक सस्ती दवाएं मिलेंगी।
रांची: प्रधानमंत्री भारतीय जनऔषधि परियोजना के तहत जन औषधि दिवस के अवसर पर शुक्रवार को भाजपा सांसदों ने विभिन्न जन औषधि केंद्रों का दौरा किया और वहां उपलब्ध सस्ती दवाओं की गुणवत्ता और लाभार्थियों से फीडबैक लिया।
रिम्स परिसर स्थित जन औषधि केंद्र का अवलोकन करते हुए सांसद दीपक प्रकाश ने कहा कि मोदी सरकार जनता को किफायती स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने बताया कि पिछले 10 वर्षों से जन औषधि केंद्रों के माध्यम से लोगों को सस्ती दवाएं उपलब्ध कराई जा रही हैं, जिससे आमजन को बड़ी राहत मिल रही है।
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 7 मार्च को जन औषधि दिवस घोषित किया है। इस अवसर पर 1 से 7 मार्च तक पूरे देश में जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं, जिसमें जन प्रतिनिधि जनता को सस्ती दवाओं के फायदे और जन औषधि केंद्रों की उपयोगिता के बारे में जानकारी दे रहे हैं।
70-80% तक सस्ती मिल रही दवाएं
सांसद दीपक प्रकाश ने बताया कि जन औषधि केंद्रों पर 2047 प्रकार की जेनरिक दवाएं और 300 प्रकार के सर्जिकल उत्पाद उपलब्ध हैं, जो ब्रांडेड दवाओं की तुलना में 70-80% तक सस्ते हैं। उन्होंने आम जनता से अपील की कि वे अधिक से अधिक इन केंद्रों से दवा खरीदकर इस योजना का लाभ उठाएं।
2027 तक 25,000 केंद्र खुलेंगे: आदित्य साहू
रिम्स जन औषधि केंद्र के निरीक्षण के दौरान सांसद आदित्य साहू ने कहा कि जन औषधि केंद्रों की बढ़ती संख्या से जनता में जागरूकता बढ़ रही है। उन्होंने बताया कि शुगर, बीपी, हृदय रोग, किडनी जैसी बीमारियों की दवाएं यहां किफायती दरों पर उपलब्ध हैं, जिससे खासकर गरीब तबके को बड़ा लाभ हो रहा है।
उन्होंने कहा कि फरवरी 2025 तक देशभर में 15,000 जन औषधि केंद्र खोले जा चुके हैं और इस संख्या को मार्च 2027 तक 25,000 तक पहुंचाने का लक्ष्य है। उन्होंने यह भी बताया कि इन केंद्रों ने पिछले 10 वर्षों में देश के 30,000 करोड़ रुपये की बचत कराई है, जो एक बड़ी उपलब्धि है।
जन औषधि केंद्र: गरीबों के लिए वरदान
भाजपा सांसदों ने कहा कि प्रधानमंत्री भारतीय जन औषधि परियोजना का उद्देश्य आम जनता को किफायती, सुलभ और गुणवत्तापूर्ण दवाएं उपलब्ध कराना है। यह योजना गरीबों के लिए किसी वरदान से कम नहीं है। सांसदों ने केंद्र सरकार से आग्रह किया कि इस योजना को और विस्तार दिया जाए ताकि हर जरूरतमंद को इसका लाभ मिल सके।
