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झारखंड में सरकार प्रायोजित अफीम खेती का संगठित अपराध: भाजपा

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उगाही का पैसा सीधे मुख्यमंत्री तक पहुंचने का दावा, ‘उड़ता पंजाब’ बन रहा राज्य

रांची। झारखंड में अफीम की खेती और उसकी उगाही को लेकर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के प्रदेश प्रवक्ता रमाकांत महतो ने राज्य सरकार पर गंभीर आरोप लगाए हैं। उन्होंने दावा किया है कि मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की सरकार प्रदेश में संगठित गिरोह के माध्यम से अफीम की खेती करवा रही है और इसके जरिए उगाही का पैसा सीधे मुख्यमंत्री तक पहुंचता है।

रमाकांत महतो ने अफीम की फसल को ट्रैक्टर और बुलडोजर से नष्ट करने की सरकारी कार्रवाई को मात्र “आईवॉश” (दिखावा) करार दिया है। उन्होंने कहा कि जब तक अफीम की फसल काटकर अन्य राज्यों में भेज दी जाती है, तब तक पुलिस और खुफिया विभाग आंखें मूंदे रहता है, लेकिन बाद में दिखावटी कार्रवाई के तहत खेतों को नष्ट कर दिया जाता है।

सरकार पर अफीम माफिया को संरक्षण देने का आरोप

भाजपा प्रवक्ता महतो ने कहा कि पिछले पांच वर्षों से झारखंड के सीमावर्ती जिलों में अफीम की खेती सरकार के संरक्षण में हो रही है। उन्होंने दावा किया कि राज्य सरकार के इशारे पर पुलिस ग्रामीण इलाकों में गिरोह बनाकर भोले-भाले किसानों को गुमराह कर अफीम की खेती करवाती है, और उनसे प्रति डिसमिल के हिसाब से उगाही की जाती है।

उन्होंने खुफिया विभाग की कार्यप्रणाली पर भी सवाल उठाए। उनका कहना है कि जब लाखों एकड़ में अफीम की फसलें लहलहा रही होती हैं, तब खुफिया एजेंसियां क्या कर रही होती हैं? जब अफीम की कटाई हो जाती है और इसे पंजाब, राजस्थान सहित अन्य राज्यों में भेज दिया जाता है, तब जाकर सरकार और प्रशासन की “नींद” खुलती है।

झारखंड को ‘उड़ता पंजाब’ बनाने की साजिश: भाजपा

रमाकांत महतो ने आरोप लगाया कि झारखंड सरकार जानबूझकर राज्य को नशे की मंडी में बदलने पर तुली हुई है। उन्होंने कहा, “एक ओर सरकार बिना ठोस नीति के तंबाकू और गुटखा पर प्रतिबंध लगाती है, लेकिन दूसरी ओर राजधानी से सटे इलाकों में खुलेआम अफीम की खेती को रोकने में पूरी तरह विफल है।”

भाजपा प्रवक्ता ने राज्य सरकार से सवाल किया कि अगर यह खेती सरकार प्रायोजित नहीं है, तो अब तक इसके खिलाफ ठोस कार्रवाई क्यों नहीं हुई? पिछले पांच वर्षों में अफीम खेती करने वालों और उन्हें संरक्षण देने वालों के खिलाफ क्या कार्रवाई की गई, सरकार को इसका स्पष्ट जवाब देना चाहिए।

सरकार से जवाब की मांग

रमाकांत महतो ने हेमंत सरकार से यह स्पष्ट करने की मांग की कि क्या राज्य में अफीम की खेती बिना सरकारी तंत्र की मिलीभगत के संभव है? उन्होंने कहा कि अगर सरकार सच में इस अवैध कारोबार को रोकना चाहती है, तो उसे केवल दिखावटी कार्रवाई करने के बजाय असली दोषियों पर कड़ी कार्रवाई करनी चाहिए।

भाजपा प्रवक्ता ने राज्य सरकार को चेतावनी देते हुए कहा कि अगर झारखंड को ‘उड़ता पंजाब’ बनने से नहीं रोका गया, तो भाजपा इसके खिलाफ प्रदेशव्यापी आंदोलन करेगी।

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