
रामगढ़
मां छिन्नमस्तिका मंदिर में भीड़ अनियंत्रित, पुलिस पर उठे सवाल
रजरप्पा के मां छिन्नमस्तिका मंदिर में भारी भीड़ के कारण अफरा-तफरी का माहौल बन गया। भीड़ को नियंत्रित करने के लिए पुलिस ने हल्का बल प्रयोग किया, जिससे श्रद्धालुओं में आक्रोश व्याप्त है।
रजरप्पा: झारखंड के प्रसिद्ध सिद्धपीठ मां छिन्नमस्तिका मंदिर में सोमवार को उमड़ी भारी भीड़ के दौरान अफरा-तफरी मच गई, जिसके बाद पुलिस को स्थिति संभालने के लिए हल्का बल प्रयोग करना पड़ा। इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद क्षेत्र में चर्चा का विषय बन गया है।
मुंडन मुहूर्त और एकादशी पर उमड़ी भारी भीड़
सोमवार को एकादशी होने के साथ-साथ मुंडन का विशेष मुहूर्त भी था, जिसके कारण बड़ी संख्या में श्रद्धालु मंदिर पहुंच गए। बिहार, पश्चिम बंगाल और झारखंड समेत अन्य राज्यों से हजारों श्रद्धालु दर्शन और मुंडन संस्कार के लिए मां छिन्नमस्तिका मंदिर पहुंचे थे।
भीड़ के कारण मंदिर परिसर में श्रद्धालुओं की लंबी लाइन लग गई। हालांकि, जब प्रतीक्षा का समय बढ़ने लगा, तो कुछ श्रद्धालु अपनी बारी का इंतजार करने के बजाय लाइन तोड़कर आगे बढ़ने लगे। इससे वहां अफरा-तफरी का माहौल बन गया।
सुरक्षाकर्मियों का बल प्रयोग और श्रद्धालुओं में नाराजगी
मंदिर परिसर में भीड़ नियंत्रित करने के लिए सुरक्षाकर्मियों और मंदिर न्यास समिति के सदस्यों ने बार-बार श्रद्धालुओं से अनुरोध किया कि वे संयम बनाए रखें और भगदड़ न मचाएं। लेकिन भीड़ के धैर्य खोने और लाइन तोड़ने की स्थिति में सुरक्षाकर्मियों को हल्का बल प्रयोग करना पड़ा।
घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया, जिसमें सुरक्षाकर्मी एक श्रद्धालु को डांटते और बहस करते हुए नजर आए। वीडियो वायरल होने के बाद कई स्थानीय नेताओं और श्रद्धालुओं ने घटना की निंदा की।
भाजपा नेता ने जताई नाराजगी
भाजपा के हजारीबाग सांसद प्रतिनिधि (मीडिया) धनंजय कुमार पुटूस ने इस घटना पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा, “रजरप्पा स्थित मां छिन्नमस्तिका मंदिर में मुंडन संस्कार के दौरान श्रद्धालुओं की भीड़ बढ़ना कोई नई बात नहीं है। ऐसे में सुरक्षाकर्मियों को संयम से काम लेना चाहिए था। श्रद्धालुओं पर लाठीचार्ज करना अनुचित है।”
उन्होंने आगे कहा कि मां छिन्नमस्तिका मंदिर विश्व प्रसिद्ध धार्मिक स्थल है, जहां झारखंड के अलावा देश-विदेश से भी श्रद्धालु आते हैं। ऐसे में इस तरह की घटनाएं मंदिर और जिले की छवि पर नकारात्मक प्रभाव डालती हैं।
थाना प्रभारी ने दी सफाई
मामले पर सफाई देते हुए स्थानीय थाना प्रभारी ने कहा कि पुलिस ने स्थिति को नियंत्रित करने के लिए हल्का बल प्रयोग किया, ताकि भीड़ बेकाबू न हो और कोई अप्रिय घटना न घटे। उन्होंने बताया कि श्रद्धालुओं की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए यह कदम उठाया गया था और पुलिस की प्राथमिकता जनहित को सुरक्षित रखना है।
श्रद्धालुओं से संयम रखने की अपील
मंदिर प्रशासन और जिला प्रशासन ने श्रद्धालुओं से अपील की है कि वे धैर्य बनाए रखें और सुरक्षाकर्मियों का सहयोग करें, ताकि भविष्य में ऐसी अप्रिय घटनाओं से बचा जा सके।
