पूर्वी सिंहभूम
जमशेदपुर में ‘विज्ञान रथ’ का भव्य स्वागत, छात्रों में उत्साह
सीएसआईआर-एनएमएल जमशेदपुर में ‘विज्ञान रथ’ का दौरा हुआ, जिससे छात्रों में विज्ञान और नवाचार के प्रति उत्साह बढ़ा। यह पहल वैज्ञानिक जागरूकता और ‘विकसित भारत 2047’ दृष्टिकोण को सशक्त करेगी।
जमशेदपुर: सीएसआईआर-राष्ट्रीय धातुकर्म प्रयोगशाला (एनएमएल), जमशेदपुर में ‘वन वीक, वन थीम’ विज्ञान रथ का दौरा किया गया। यह विज्ञान एवं नवाचार को बढ़ावा देने की एक अनूठी पहल है, जिसका उद्देश्य वैज्ञानिक ज्ञान का प्रसार करना और नागरिकों को भारत के विकास में योगदान देने के लिए प्रेरित करना है।
सीएसआईआर की महानिदेशक एवं डीएसआईआर सचिव, डॉ. (श्रीमती) एन. कलैसेल्वी ने 14 फरवरी को भुवनेश्वर स्थित सीएसआईआर-आईएमएमटी से इस विज्ञान रथ को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया था। यह रथ ओडिशा, झारखंड और पड़ोसी राज्यों के स्कूलों, कॉलेजों और समुदायों तक पहुंचेगा और तीन सप्ताह तक विज्ञान व अनुसंधान को लोकप्रिय बनाने का कार्य करेगा।
सीएसआईआर-एनएमएल जमशेदपुर में विज्ञान रथ के स्वागत के दौरान, संस्थान के निदेशक डॉ. संदीप घोष चौधरी ने इस पहल को विज्ञान संचार और राष्ट्र निर्माण की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम बताया। विज्ञान रथ को अनुसंधान एवं विकास, खनन, खनिज, धातु और सामग्री (4एम) पर केंद्रित किया गया है, जिससे संबंधित वैज्ञानिकों और तकनीकी विशेषज्ञों की एक टीम भी इस पहल में शामिल रही।
विज्ञान रथ ने जमशेदपुर के प्रतिष्ठित शैक्षणिक संस्थानों – सेंट पीटर्स इंग्लिश स्कूल, पीएम श्री केन्द्रीय विद्यालय, टाटानगर, जमशेदपुर महिला कॉलेज और को-ऑपरेटिव कॉलेज का दौरा किया। छात्रों ने वैज्ञानिकों से संवाद किया और रथ में प्रदर्शित वैज्ञानिक नवाचारों को करीब से देखा। विद्यार्थियों ने इस पहल को अत्यधिक ज्ञानवर्धक और प्रेरणादायक बताया।
‘विज्ञान रथ’ भारत सरकार के ‘विकसित भारत 2047’ दृष्टिकोण के अनुरूप विज्ञान और नवाचार की संस्कृति को बढ़ावा देने के लिए कार्यरत है।
