झारखंड कांग्रेस में ‘स्लीपर सेल’ का दावा: भाजपा ने कांग्रेस प्रभारी को घेरा
“प्रदेश अध्यक्ष, मंत्री या विधायक… स्लीपर सेल कौन हैं, प्रभारी स्पष्ट करें” – प्रतुल शाह देव
रांची: झारखंड कांग्रेस प्रभारी के राजू के उस दावे पर सियासी हलचल तेज हो गई है, जिसमें उन्होंने कहा था कि झारखंड कांग्रेस के कई नेता भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के लिए ‘स्लीपर सेल’ के रूप में काम कर रहे हैं। भाजपा ने इस दावे पर कड़ी प्रतिक्रिया देते हुए कांग्रेस प्रभारी पर निशाना साधा है।
भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता प्रतुल शाह देव ने कांग्रेस प्रभारी के बयान को झारखंड कांग्रेस के लिए ‘संदेह का बीज बोने वाला’ करार दिया है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस प्रभारी को सार्वजनिक रूप से स्पष्ट करना चाहिए कि वे किन नेताओं को भाजपा का ‘स्लीपर सेल’ बता रहे हैं।
‘प्रदेश प्रभारी ने पूरी कांग्रेस को कटघरे में खड़ा कर दिया’
प्रतुल शाह देव ने कहा, “कांग्रेस प्रभारी को बताना चाहिए कि आखिर भाजपा का स्लीपर सेल कौन है? क्या वे प्रदेश अध्यक्ष केशव महतो कमलेश पर शक कर रहे हैं? क्या राज्य सरकार के कांग्रेस कोटे के मंत्री या विधायक इसमें शामिल हैं? क्या प्रदेश पदाधिकारियों पर आरोप लगाया जा रहा है?”
उन्होंने कहा कि ऐसे बयान देकर कांग्रेस प्रभारी ने दशकों से पार्टी के प्रति निष्ठावान कार्यकर्ताओं की वफादारी पर सवाल खड़ा कर दिया है।
‘कांग्रेस में विरोध की आवाज तक नहीं’
भाजपा प्रवक्ता ने अफसोस जताते हुए कहा कि कांग्रेस का कोई भी नेता प्रभारी के इस बयान का विरोध करने के लिए आगे नहीं आया है। उन्होंने कहा, “किसी समय कांग्रेस में आंतरिक लोकतंत्र था, लेकिन अब पार्टी कार्यकर्ता अपने बड़े नेताओं के खिलाफ आवाज उठाने की हिम्मत नहीं कर पा रहे हैं।”
‘राहुल गांधी का अनुसरण कर रहे हैं के राजू’
प्रतुल शाह देव ने कांग्रेस प्रभारी के बयान की तुलना राहुल गांधी के उस बयान से की, जिसमें उन्होंने गुजरात कांग्रेस में भाजपा के ‘स्लीपर सेल’ होने का दावा किया था।
प्रतुल ने कहा, “गुजरात में तीन दशकों से सत्ता से बाहर कांग्रेस अब अपने ही कार्यकर्ताओं को हार का जिम्मेदार ठहरा रही है। अब कांग्रेस झारखंड में भी यही खेल खेल रही है, जबकि यहां वह झारखंड मुक्ति मोर्चा (JMM) के कंधे पर सवार होकर सत्ता में आई है। बावजूद इसके, कांग्रेस प्रभारी को अपनी ही पार्टी में स्लीपर सेल नजर आ रहा है।”
‘स्लीपर सेल की लिस्ट सार्वजनिक करें’
प्रतुल शाह देव ने कांग्रेस प्रभारी को चुनौती दी कि वे उन नेताओं के नाम सार्वजनिक करें, जिन पर भाजपा का एजेंट होने का आरोप लगा है। उन्होंने कहा कि यदि कांग्रेस प्रभारी अपने आरोपों को साबित करने में विफल रहते हैं, तो पूरे प्रदेश कांग्रेस पर हमेशा के लिए संदेह की छाया मंडराती रहेगी।
झारखंड में आगामी लोकसभा चुनाव को लेकर कांग्रेस और भाजपा के बीच बढ़ती राजनीतिक तनातनी के बीच इस बयान ने राज्य की सियासत को और गरमा दिया है। अब देखना होगा कि कांग्रेस नेतृत्व इस विवाद से कैसे निपटता है और भाजपा अपने आरोपों को किस दिशा में ले जाती है।