खरसावां: सरायकेला-खरसावां जिले के खरसावां साप्ताहिक हाट परिसर में बुधवार को अचानक आग लगने से करीब 30 दुकानें जलकर राख हो गईं। घटना के बाद स्थानीय प्रशासन तुरंत हरकत में आया और आग बुझाने की प्रक्रिया शुरू की गई।
जैसे ही दुकानों में आग लगने की सूचना मिली, खरसावां थाना प्रभारी गौरव कुमार और बीडीओ सह प्रभारी सीओ प्रधान माझी मौके पर पहुंचे। स्थानीय लोगों की मदद से आग बुझाने की कोशिश शुरू हुई, लेकिन तेज हवा के चलते आग ने अन्य दुकानों को भी अपनी चपेट में ले लिया। देखते ही देखते झोपड़ीनुमा दुकानें जलकर खाक हो गईं।
दमकल की दो गाड़ियां पहुंची, दो घंटे में पाया काबू
स्थिति को नियंत्रित करने के लिए सरायकेला से दमकल की दो गाड़ियां मंगाई गईं। करीब दो घंटे की मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया जा सका, लेकिन तब तक 30 दुकानें पूरी तरह जल चुकी थीं। मौके पर पहुंचे खरसावां बीडीओ ने घटनास्थल का निरीक्षण किया और नुकसान का जायजा लिया।
सामान न होने से बड़ा नुकसान टला
स्थानीय दुकानदारों के अनुसार, साप्ताहिक हाट में ये दुकानें केवल गुरुवार और शनिवार को खुलती हैं, इसलिए घटना के समय उनमें कोई सामान नहीं था। इससे संभावित आर्थिक नुकसान काफी हद तक टल गया। हालांकि, झोपड़ीनुमा दुकानों का ढांचा पूरी तरह जल जाने से दुकानदारों को बड़ा नुकसान हुआ है।
आग लगने का कारण अज्ञात, मुआवजे की मांग
आग लगने के कारणों का फिलहाल पता नहीं चल सका है, लेकिन कुछ प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, एक बच्ची के खेल-खेल में कचरे में आग लगाने से यह हादसा हुआ। पुलिस मामले की जांच कर रही है।
दुकानदारों ने प्रशासन से मुआवजे की मांग की है, क्योंकि आग से हुए नुकसान की भरपाई करना उनके लिए मुश्किल होगा। इस संबंध में बीडीओ प्रधान माझी ने बताया कि “अंचल कर्मियों को पीड़ित दुकानदारों की सूची तैयार करने के निर्देश दिए गए हैं। अब तक 25 दुकानदारों की सूची बनाई गई है, और आपदा प्रबंधन विभाग से मुआवजे के लिए प्रस्ताव भेजा जाएगा।”
वहीं, खरसावां थाना प्रभारी गौरव कुमार ने कहा कि “आग के कारणों की जांच जारी है। यदि कहीं भी आग लगती है, तो तुरंत प्रशासन को सूचना दें ताकि समय रहते उसे काबू किया जा सके।”
यह घटना होली से ठीक पहले हुई, जिससे गुरुवार को लगने वाले साप्ताहिक बाजार पर भी असर पड़ेगा। प्रशासन ने प्रभावित दुकानदारों की मदद का भरोसा दिया है।