हजारीबाग

10 दिवसीय सोहराई एवं कोहबर कार्यशाला-सह-उत्सव 2025 का भव्य समापन

हजारीबाग में आयोजित 10 दिवसीय निःशुल्क सोहराई एवं कोहबर कार्यशाला-सह-उत्सव 2025 का भव्य समापन हुआ। सांसद मनीष जायसवाल ने इसे हजारीबाग की लोककला की पहचान बताया

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हजारीबाग: झारखंड की लोक कला और संस्कृति को बढ़ावा देने के उद्देश्य से तरंग ग्रुप हजारीबाग द्वारा संस्कृतिक कार्य निदेशालय, पर्यटन, कला-संस्कृति, खेलकूद एवं युवा कार्य विभाग, झारखंड सरकार के वित्तीय सहयोग से आयोजित 10 दिवसीय निःशुल्क सोहराई एवं कोहबर चित्रकला प्रशिक्षण कार्यशाला-सह-प्रदर्शनी का भव्य समापन सोहराय उत्सव 2025 के रूप में साईं बैंक्वेट हॉल में किया गया।

समापन समारोह में मुख्य अतिथि हजारीबाग के सांसद मनीष जायसवाल ने दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया। उन्होंने सोहराई और कोहबर चित्रकला को हजारीबाग की पहचान बताते हुए कहा कि इस तरह के आयोजन से न केवल लोककला को संरक्षण मिलता है, बल्कि युवा प्रतिभाओं को भी अपनी कला को निखारने का अवसर मिलता है। उन्होंने झारखंड सरकार के कला-संस्कृति विभाग को इस कार्यक्रम के सफल आयोजन के लिए धन्यवाद दिया और इस विरासत को आगे बढ़ाने के लिए निरंतर प्रयास करने की बात कही।

80 बच्चों ने लिया प्रशिक्षण, प्रदर्शनी में दिखी ग्रामीण कलाकृतियों की झलक

संस्था के निदेशक अमित कुमार गुप्ता ने बताया कि इस कार्यशाला में लगभग 80 बच्चों ने भाग लिया और उन्हें झारखंड एवं हजारीबाग की विश्वविख्यात लोक कला – सोहराई एवं कोहबर के विभिन्न आयामों से अवगत कराया गया। कार्यशाला के दौरान ग्रामीण क्षेत्रों में घरों को दीपावली पर कैसे पारंपरिक कलाकृतियों से सजाया जाता है, इसकी झलक भी प्रदर्शनी में देखने को मिली।

कार्यक्रम में मिस ग्लोबल ट्राइबल क्वीन पूजा लकड़ा की उपस्थिति ने आयोजन को और भव्य बना दिया। इस दौरान उपस्थित पत्रकारों एवं अतिथियों को स्मृति चिन्ह प्रदान कर सम्मानित किया गया।

प्रशिक्षकों और आयोजकों को किया गया सम्मानित

इस सफल आयोजन में मुख्य प्रशिक्षक के रूप में अलका इमाम और एडम इमाम ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई, जबकि मालो देवी, रुदन देवी, ऊषा पन्ना, राजन कुमार, अंजना मुंजिनी, जसिया देवी और प्रमिला किरण लकड़ा ने सहायक प्रशिक्षकों की जिम्मेदारी निभाई। सभी प्रशिक्षकों, प्रतिभागियों और संस्था के सदस्यों को प्रमाण पत्र एवं स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया गया।

कार्यक्रम का संचालन शशिकांत कुमार ने किया। इस दौरान तरंग ग्रुप के सचिव अमित कुमार गुप्ता, अध्यक्ष पंकज सिन्हा, कोषाध्यक्ष मनोज कुमार, इंद्रजीत भारती, अगस्त्या कुमार, अमित कुशवाहा एवं दीपक कुमार गुप्ता समेत कई गणमान्य लोग उपस्थित रहे।

लोककला के संरक्षण में अहम योगदान

इस भव्य समापन समारोह के साथ कार्यशाला ने हजारीबाग की समृद्ध लोककला को संरक्षित करने और नई पीढ़ी को इससे जोड़ने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम रखा। इस तरह के आयोजन झारखंड की सांस्कृतिक धरोहर को नई ऊंचाइयों तक ले जाने में सहायक साबित होंगे।

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